159 Part
79 times read
0 Liked
कि एक क्षण वह चन्दर को अपने से अलग नहीं रहने देती थी। जितनी देर चन्दर घर में रहता, सुधा उसे अपने दुलार में अपनी साँसों की गरमाई में समेटे रहती ...